जम्मू कश्मीर के बारे में संघ परिवार द्वारा प्रसारित कुछ झूठ-
झूठ-१: 1947 में पाकिस्तान के क़बायलियों ने कश्मीरी पंडितों की हत्या की।
सत्य : यह सफ़ेद झूठ है। कबायलियों ने उनके रास्ते में जो भी आया सबकी हत्या की और सबसे अधिक संख्या में कश्मीरी मुसलमानों की हत्या हुई जो शेख अब्दुल्ला के नेतृत्व में क़बायलियों का प्रतिकार कर रहे थे।
झूठ-२: अनुच्छेद 370 शेख अब्दुल्ला ने ड्राफ़्ट किया और पं नेहरू ने लागू किया।
सत्य : जब 370 पर संविधान सभा में चर्चा हो रही थी पं नेहरू अमेरिका में थे। सरदार पटेल और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की उपस्थिति में संविधान सभा ने इसे पारित किया था। जब पंडित नेहरू से इसके विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 धीरे धीरे घिस कर स्वयं ख़त्म हो जाएगी।
1952 से 1986 के बीच कांग्रेस पार्टी ने अनुच्छेद 370 में 10 संशोधन किए। जम्मू कश्मीर में उसका कभी विरोध नहीं हुआ, क्योंकि सभी संशोधन जम्मू कश्मीर की जनता को विश्वास में लेकर किए गए थे।
मोदी सरकार ने इसमें 11 वाँ संशोधन बिना जम्मू कश्मीर की जनता को विश्वास में लिए किया इस लिए इसका इतना विरोध हो रहा है ।
झूठ- ३: कश्मीर की लड़की अगर किसी पाकिस्तानी से शादी कर ले तो उस पाकिस्तानी को कश्मीर की नागरिकता मिल जाती है।
सत्य : स्वतंत्रता के बाद जम्मू कश्मीर ने किसी पाकिस्तानी को अपनी नागरिकता नहीं दी है। वैसे भी नागरिकता देने का अधिकार केंद्र सरकार का है।
झूठ-४: सिर्फ जम्मू कश्मीर को तिरंगे के साथ साथ अलग झंडा रखने का अधिकार दिया गया है।
सत्य : लगभग दो वर्ष पहले जब मोदी सरकार ने कश्मीर से अलग झंडा रखने का अधिकार छीन लिया उसके ठीक पहले खुद मोदी सरकार ने नागालैंड को अपना अलग ठंडा रखने का अधिकार दिया। BJP द्वारा शासित कर्नाटक राज्य का भी अपना अलग झंडा है।
झूठ-५: सिर्फ जम्मू कश्मीर में दूसरे प्रदेश के लोगों को ज़मीन खरीदने का अधिकार नहीं था।
सत्य : सिर्फ़ जम्मू कश्मीर ही नहीं देश के 10 पहाड़ी राज्यों में दूसरे प्रदेश के लोगों को ज़मीन ख़रीदने का अधिकार नहीं है। इसके पीछे कारण यह है कि इन प्रदेशों में 70-90% तक जंगल और पहाड़ है। सिर्फ़ थोड़ी सी ज़मीन वहाँ के निवासियों के उपयोग के लिए बचती है। अगर वह भी बाहर के लोग ख़रीदेंगे तो वहाँ का पर्यावरण संतुलन बिगड़ जाएगा इसलिए यह रोक लगायी गई है।
झूठ - ६ : १९८९ -९० में जब ३ लाख से अधिक ब्राह्मण कश्मीर घाटी से भागे तब कांग्रेस की सरकार थी।
सत्य : कश्मीर से पंडितों के पलायन के लिए बीजेपी पूरी तरह से जिम्मेदार है। जब कश्मीर घाटी से कश्मीरी ब्राह्मण भगाए गए तब केंद्र में बीजेपी समथित वी पी सिंह की सरकार थी। कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल बीजेपी के वरिष्ठ नेता श्री जगमोहन थे ।
नमन
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