Wednesday 8 April 2020

तुम मुझसे दूर रहो



तुम मुझसे दूर रहो हाथ न मिलाओ हमसे
उनकी तजवीज़ है न मेरे आस पास रहो।
आज के वक़्त में बर्दास्त नहीं है उनको
तुम मेरे गले लगो या कि मेरे पास रहो।
कोई अजार है जिसके बीमार हैं लाखों
अपने घर में ही रहो भले तुम उदास रहो।
यह मोहब्बत से ख़तरनाक कोई बीमारी है
पास न आओ मेरे चाहे जितने ख़ास रहो।
चलो अब सपनों में तुमसे मुलाक़ातें होंगी
नहीं रोकेगा तुम्हें कोरोना बिंदास रहो।


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जय बोलो बेईमानों की-जय बोलो!
झूठे हुक्मरानों की- जय बोलो!
बंद होते कारखानों की-जय बोलो!
बेकार नौजवानों की-जय बोलो!
ताला लगी दुकानों की- जय बोलो!
महंगे हुए सामानों की-जय बोलो!
कोरोना की मौतों की-जय बोलो!
बंजर होते खेतों की-जय बोलो!
ख़ाली हुए खलिहानों की-जय बोलो!
मरते हुए किसानों की- जय बोलो!
शहीद हुए जवानों की-जय बोलो!
बलात्कार हत्याओं की- जय बोलो!
माल्या,मोदी,चौकसी की-जय बोलो!
बंद हो रहे बैंकों की- जय बोलो!
भूख से रोते बच्चों की-जय बोलो!
झूठे जुमलेबाजों की-जय बोलो!
आतंकवादी हमलों की- जय बोलो!
टीवी एंकर दल्लों की-जय बोलो!
सत्य जो भी बोलेगा वह विद्रोही है
जो जय न बोले वह देशद्रोही है!
नमन 


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