+++++++++++++
हमने सींचा है इसे अपने खून पसीने से
तुम भारत के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुमने भारत छोड़ो आन्दोलन की ख़िलाफ़त की थी
तुम तिरंगे के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम तिरंगे के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुमने कायरता से मारी थी गांधी को गोली
तुम अहिंसा के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम अहिंसा के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम जिन्ना के साथ थे उसकी सरकार में थे
तुम नेहरू के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम नेहरू के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
विपक्ष में रह कर जलाया है देश साठ बरस
तुम अमन के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम अमन के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम खड़े होते हो बलात्कारियों के समर्थन में
तुम बेटियों के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
तुम बेटियों के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
मौक़ा मिलते ही देश नफ़रत की आग में झोंका
तुम मुल्क के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
नमन
तुम मुल्क के ख़िलाफ़ कल भी थे आज भी हो।
नमन
+++++++++
तुम सियासत लिखोगे जहाँ-जहाँ
हम मोहब्बत लिखेंगे वहाँ-वहाँ ।
हम मोहब्बत लिखेंगे वहाँ-वहाँ ।
तुम अदावत लिखोगे जहाँ-जहाँ
हम इबादत लिखेंगे वहाँ-वहाँ ।
हम इबादत लिखेंगे वहाँ-वहाँ ।
तुम हमारे क़त्ल का फ़रमान लिखो
हम शहादत लिखेंगे वहाँ-वहाँ।
हम शहादत लिखेंगे वहाँ-वहाँ।
जहाँ भी होगा संविधान पर हमला
हम बग़ावत लिखेंगे वहाँ-वहाँ।
नमन
हम बग़ावत लिखेंगे वहाँ-वहाँ।
नमन
No comments:
Post a Comment