Wednesday, 11 December 2019

वोट बैंक

    वोट बैंक 


जैसे ही उसे पता चला
वह एक वोट बैंक है
आशीर्वाद लेने के लिए
झुक गया वह उसके सामने
बुढ़ापे में ले गया उसे
बैंक के काउंटर तक
जिसे बिना बताए छोड़ कर
घर से भाग गया था वह
पड़ोसियों का झाड़ू बर्तन करके
अपना पेट पालने के लिए
कई दशक पहले
क्योंकि तब
उसकी सेवा करके
तथाकथित चाय वाले को
वोट नहीं मिल सकता था
हालाँकि
यह स्थापित तथ्य है की
उसने कभी चाय नहीं बेची
बेचा उसने
चाय के धंधे को
माँ की ममता को
देश की अस्मिता
और देश को
चौकीदार नहीं
व्यापारी है वह...
‘नमन’

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