Wednesday, 11 December 2019

भारत

                       
                                                                        भारत 
पिछले ८ दशकों से संघ परिवार , जनसंघ और बीजेपी देश की जनता को यह समझाने में लगे हैं की कांग्रेस एक हिन्दू विरोधी पार्टी है। परन्तु मुझे हमेशा से यह लगता रहा की कांग्रेस देश की सबसे बड़ी हिंदूवादी पार्टी है। इसके पर्याप्त कारण हैं। 

१-  देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने देश में "राम राज्य" की कल्पना की थी। 
२- कांग्रेस के सभी शिविरों ,  वर्धा, साबरमती आश्रमों आदि में  राम की पूजा और "रघुपति राघव राजा राम - पतित पावन सीताराम"  भजन और 'वन्देमातरम्' गाया जाना ।  
३- पिछले ८ दशकों में देश में जितने मंदिर बने हैं उतने उसके पहले के ५००० वर्षों में नहीं बने थे। 
४- जितना पैसा कांग्रेस सरकारों ने पिछले ७० सालों में प्रयाग, हरिद्वार, नाशिक, उज्जैन कुम्भों पर,          अमरनाथ जैसी यात्राओं पर , खर्च किया है वह अतुलनीय है।
५- कांग्रेस ने कितने ही संस्कृत विश्वविद्यालय , योग विश्वविद्यालय बनाये,  आयुर्वेद महाविद्यालयों की     श्रृखला पूरे देश में बनाना जैसे कार्य किये। 
६- कांग्रेस के अधिकांश बड़े नेता ब्राह्मण रहे।  गोपालकृष्ण गोखले और तिलक से शुरू करें तो पंडित नेहरु, गोविन्द वल्लभ पन्त, मदनमोहन मालवीय, गाडगीळ, रविशंकर शुक्ल, कमलापति त्रिपाठी, बहुगुणा, डॉ शंकरदयाल शर्मा, व्योमेश चन्द्र बनर्जी, सुरेंद्र्नाथ बनर्जी , प्रफुल्ल घोष, ललितनारायण मिश्र जैसे ब्राह्मण कांग्रेस के महत्वपूर्ण पदों पर रहे और मैं यह कत्तई नहीं मानूंगा कि  ब्राह्मण हिन्दू विरोधी हैं। 
७- मेरा यह मानना रहा की कांग्रेस मूलतः ब्राह्मणों और दलितों की पार्टी रही है।  महाराष्ट्र जैसे कुछ अपवाद छोड़ दें तो भारत के पूरे हिंदी भाषी क्षेत्र में ब्राह्मणों और दलितों में क्वचित ही कोई मतभेद हुए होंगे। 
जिस मनु स्मृति का नाम लेकर कुछ अनभिग्य दलित नेता ब्राह्मणों पर अंगुली उठाते हैं, वे नहीं जानते की "मनु स्मृति" १४वें मनु ने लिखी है जो राम के पूर्वज सूर्यवंशी क्षत्रिय थे।  
८- कांग्रेस ने स्वतंत्रता के बाद शिक्षा और विकास की राजनीती की और इसका सबसे अधिक फायदा देश के ८०% हिन्दुओं को मिला। देश की आर्थिक प्रगति ने देश के हिन्दुओं( इसमे तथाकथित ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र सब शामिल हैं ) को अंतरराष्ट्रिय स्तर पर स्थापित किया है। 
९- आज बीजेपी जो धर्म की राजनीती कर रही है उससे विश्व के अन्य देशों में भारतियों विशेषकर हिन्दू व्यापारियों, उद्योगपतियों, वैज्ञानिकों, इंजीनियरों आदि की स्वीकार्यता कम हो जाएगी और उन्हें पूरा विश्व वैसे ही शक की नज़र से देखेगा जैसे पाकिस्तान,अफगानिस्तान, सीरिया, इराक आदि के मुसलमानों को देखता है। हिन्दुस्तानियों और हिन्दुओं की जो अंतरराष्ट्रिय साख कांग्रेस ने बड़ी मेहनत से पिछले ८ दशकों में बनायीं है वह ख़त्म हो जाएगी।  इसीलिए मैं बीजेपी को हिन्दू विरोधी पार्टी कहता हूँ।  
१०- आज देश के १०० करोड़ हिन्दुओं को १७ करोड़ मुसलमानों से डराया जा रहा है।  मुग़लकाल में देश में मात्र १५ करोड़ हिन्दू थे, मुग़ल उन्हें ख़त्म नहीं कर पाए।  अंग्रेजो के समय में देश में लगभग २५ करोड़ हिन्दू थे उन्हें अँगरेज़ ख़त्म नहीं कर पाए। आज देश में १०० करोड़ हिन्दुओं को १७ करोड़ मुसलमानों से डराया जा रहा है।  आज देश में राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक हिन्दू हैं। मुख्यमंत्री से मंत्री तक हिन्दू हैं।  
 कांग्रेस ने देश को ७० साल में इतना मज़बूत किया है की आज हम परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, हमारे पास विश्व की ४थी सबसे बड़ी वायुसेना और तीसरी सबसे बड़ी थल सेना है। हम मिसाइलें, टैंक, लड़ाकू जहाज, फ्रिगेट, पनडुब्बी,  विमानवाहक जहाज़ खुद बनाते हैं।  आज हमारे पास ब्रिटेन और जर्मनी से भी बड़ा विदेश मुद्रा भण्डार है।  

आज अगर कोई हमें नष्ट या कमजोर कर सकता है तो वह है हमारे आतंरिक झगड़े।  बीजेपी लगातार देश की जड़ों में सांप्रदायिकता का माठा डालने की कोशीश कर रही है और देश के हिन्दुओं के खून में कायरता , नपुंसकता, अकर्मण्यता, अज्ञानता का कैंसर भरने की कोशिश कर रही है।  

कांग्रेस ने देश को स्वतंत्रता दिलाई। देश को प्रजातंत्र नाम का नया धर्म दिया।  देश को विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया।  अब इस देश को, प्रजातंत्र को, देश के हिन्दुओं को,  देश के संविधान को बचाने की ज़िम्मेदारी कांग्रेस की है। कांग्रेस को देश की स्वतंत्रता की तीसरी लड़ाई लड़नी होगी क्योंकि अगर कांग्रेस ने यह लड़ाई नहीं लड़ी तो विश्व पटल से हिन्दुओं का नामोनिशान मिट जायेगा।  

'नमन ' 



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