BATKAHI
कहा कहा फिर फिर कहा, लेकिन कहा न जाय| जब भी कहा कुछ अनकहा, पीड़ा बरनि न जाय||
Tuesday, 10 September 2019
ऐसा नहीं की जी नहीं सकता देते बगैर
पर तेरे बगैर जीऊँ भी तो किसलिए जीऊँ ।
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