Friday 21 December 2018

अगर चलना जरूरी है




मुलाकाते नहीं होने से चाहत कम नहीं होती,
मुलाकाते नहीं होने से चाहत कम नहीं होती,
उम्र के साथ बढ़ती है मोहब्बत कम नहीं होती.काते नहीं होने से चाहत कम नहीं होती,
उम्र के साथ बढ़ती है मोहब्बत कम नहीं होती.के साथ बढ़ती है मोहब्बत कम नहीं होती.कम नहीं होती,
उम्र के साथ बढ़ती है मो


अगर चलना जरूरी है तो रुकना भी जरूरी है
अगर दर्द मिल जाए तो सहना भी जरूरी है.
सुबह से शाम तक जिसके लिए यह दिल धड़कता है
जिसे हम चाहते हैं उससे कहना भी जरूरी है. 

****

वो शख्स जो मेरी आंखों को ख्वाब बेच गया
मेरी नजरों को उसकी तलाश आज भी है.
जब भी उठता है दर्द सीने में 
ऐसा लगता है कि वह आस पास आज भी है.

****

किसी के खत का हमें इंतजार आज भी है
किसी के लिए यह दिल बेकरार आज भी है.
एक तुम हो कि तुम्हें हमसे मुरव्वत ही नहीं
एक हम हैं कि हमें तुमसे प्यार आज भी है. 

**** अपने खंजर से खोद कर दिल को 
चंद कतरा लहू निकाला है। 
यह मेरा शेर नहीं है साहब 
दर्द का छलक रहा प्याला है। 
****

बात की बात पर बे-बात कोई बात न कर
बात बेवक्त जो निकली तो घात कर देगी.

****

मैं मोहब्बत हूँ दिलों में मुकाम करता हूँ
हुस्नवालों का बहुत एहतिराम करता हूँ. 

****

जुगनू ने तम से जंग का ऐलान कर दिया
लड़ता रहा चिराग रात भर हवा के साथ.
जब दिल का सौदा कर लिया उस बेवफा के साथ
हम जानते थे दर्द मिलेगा दवा के साथ.

****

आज फिर याद आ रहे हो तुम 
मेरी सांसो को मंहका रहे हो तुम.
तुम मेरा ख्वाब हो हकीकत भी हो
दूर रह कर सता रहे हो तुम. 

****

मोहब्बत को अपना खुदा मानते हैं
जो मेरा है उससे वफा मांगते हैं.
जमाने की खुशियां हो दामन में उसके
हम रब से यही बस दुआ मांगते हैं. .....    नमन 


No comments:

Post a Comment