Saturday, 31 March 2018

वह सनातन धर्म पर खतरे का झूठा बिगुल बजा रहे हैं और देश के युवाओं  के मन में नफरत के बीज बो रहे हैं.

यह भूल जाते हैं जब सैकड़ों वर्षों तक देश पर मुग़लों ने राज किया तब भी हिन्दू धर्म खतरे में नहीं पड़ा।

राणा प्रताप के दादा राणा सांगा ने बाबर को हिंदुस्तान बुलाया था अपने दुश्मनों के खिलाफ लड़ने के लिए. बाद के दिनों में मुगलों और राजपूतों में रिश्तेदारियां हो गई.

 हल्दीघाटी की लड़ाई में अकबर की सेना का नेतृत्व राजा मानसिंह कर रहे थे.राणा प्रताप के सगे भाई भी अकबर की फौज में मानसिंह के साथ थे और राणा प्रताप के खिलाफ लड़ रहे थे.

हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की फौज के सेनापति थे अफगानी योद्धा हकीम सूर जो  अफगान मुसलमानों की टुकड़ी के साथ राणा प्रताप की तरफ से लड़ रहे थे.

कितने ही राजपूत राजाओं ने मुग़लों के साथ मिलकर अपने दुश्मन हिन्दू राजाओं का सफाया करवाया फिर भी हिन्दू धर्म खतरे में नहीं पड़ा.

फिर अंग्रेजों द्वारा पोषित और स्थापित एक संगठन अस्तित्व में आया और तबसे हिन्दू खतरे में है।

जो सनातन धर्म  सैकड़ों वर्ष के मुगल और ब्रिटिश शासन में नष्ट नहीं हुआ जब हिंदुओं की जनसंख्या 20 करोड़ से भी कम थी और वे गुलाम थे, तब आज 100 करोड़ हिंदुओं को कौन खत्म कर सकता है?

वे हमारे युवाओं को मूर्ख बनाकर उनके हाथों से किताबें छीनकर उनको तलवारें पकड़ाने का पाप कर रहे हैं.

यह एक कायर और नाकामयाब जमात है. यह भूल जाते हैं कि ताकत बाजुओं में नहीं दिमाग में होती है.

 इस कायर जमात से इस देश के युवा का सुखद भविष्य बर्दाश्त नहीं हो रहा है .

हथियारों के दम पर दुनिया की कोई सभ्यता विकसित नहीं हुई।  साहित्य, संगीत, कला और विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति से सभ्यताओं का विकास होता है और कोई भी धर्म महान बनता है.

हमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सीरिया, इराक से लेकर तुर्की तक अपने हाथ में हथियार लेकर घूम रहे इस्लामी जिहादियों से सबक लेना चाहिए.

 इस्लाम के नाम पर इन लोगों ने पिछले चार दशकों में करोड़ों मुसलमानों का खून बहाया है.

हिंदू नव युवकों के हाथ से किताबें छीनकर उनके हाथ में तलवार देने वालों क्या तुम चाहते हो कि कल इस देश का हिंदू ही हिंदू का खून बहाए. हिंदुस्तान को सीरिया बनाना चाहते हो तुम?

हमारे नौजवानों के ह्रदय में नफरत नहीं  बल्कि प्रेम का संगीत बजना चाहिए.  उनके हाथों में तलवारें नहीं बल्कि कलम और रंगों की कूंचियां होनी चाहिए जिससे वे संसार को और सुंदर बना सके.
प्रेम करने वाले ह्रदय बलात्कार नहीं करेंगे न तो वे करेंगे हत्याएं.

प्रेम करने वाले नवयुवक दूसरे की जान बचाने के लिए अपनी जान दे देंगे किसी की जान नहीं लेंगे.

आज महावीर जयंती है. यह देश महावीर और गौतम बुद्ध का देश है.
यह त्याग की मूर्ति राम का देश है .
यह प्रेम की बांसुरी बजाने वाले कृष्ण का देश है.
यह देश महात्मा गांधी का देश है.

हम विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता के वारिस है.  सिर्फ भारत ही नहीं पूरे विश्व को प्रेम और शांति का संदेश देने की जिम्मेदारी हमारी है.

डॉ. इकबाल ने कहा था-
 "मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना- हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्ता हमारा"

आइए पूरे विश्व को सत्य, अहिंसा और प्रेम का संदेश दें.
जियो और जीने दो का संदेश दें.
इंसानियत का संदेश दें.
 'वसुधैव कुटुंबकम' का संदेश दें.
नमन

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