Tuesday 24 April 2018

खबरें रखैल है



मैं उसे देता रहा अपनी खताओं की सजा
मुस्कुराकर जिसने मेरे सारे गम अपना लिए।   नमन

दिल का अहवाल सुनाएँ तो सुनाएँ कैसे
ज़ुबान खामोश हो जाती है इश्क़ होने पर।  नमन 


-खबरें रखैल है-
खबरें रखैल है
सत्ताधीशों की
पूंजीपतियों की
भ्रष्ट अफसरों की
रोज-रोज
काला होता है
अखबारों का
मुख (पत्र)
बदनाम
बिकी हुई खबरें
फैलाती हैं सनसनी.
संपादक
बदनाम गली के बाहर तैनात
वह पुलिसिया है
जो मजबूरी में
दूसरी तरफ देखता रहता है
आख़िर
उसका भी पेट है.
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
बदनाम गली को
पांच सितारा होटल तक ले आई है
यहां खबरें चमकती हैं
मटकती हैं
बिकती हैं ऊंचे भाव में
इज्जत से.
नमन  

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