Tuesday 18 July 2017

चाहत की कहानी


किसी के आंसू लिए
और किसी का दर्द लिया
किसी की तन्हा रातों की 
स्याही ले ली ...

किसी के कांपते होठों की 
चुप्पी पढ़कर 
किसी के टूटे हुए दिल की 
गवाही ले ली ...

किसी की सूनी आंखों में 
झांककर देखा
किसी की टूटी चूड़ियों से 
जुबानी ले ली ....

जवान दिनों से लिया
इश्क का जज्बा हमने
नाजनीनों से हमने
मोहब्बत की कहानी ले ली..

किसी को अपना बनाया
किसी को प्यार किया
खुशबू फूलों से ली
नदियों से रवानी ले ली ..

कोयल से आवाज ली
भंवरों से गुनगुनाना लिया
इस तरह हमने दुनिया का
सब खजाना लिया..

और इस तरह जब
कोई गजल कही हमने
अपनी सखियों से तब
चाहत की कहानी ले ली...
नमन

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