Thursday 15 December 2016

गिरगिट


समयानुसार 
रंग बदलने में 
सरकार ने 
पीछे छोड़ दिया है 
गिरगिट को 

आखिर अस्तित्व का 

प्रश्न है ...

काले से सफ़ेद
और
काले से भगवा होने में
अंतर है
यही वह जादुई मंतर है
जिससे
सत्ता मालामाल
और
जनता ठन-ठन गोपाल है...

'देश' गायब है
सत्ता और विपक्ष के
बीच से
सरकार कह रही है
'देश' सीमा पर है
विपक्ष नकार रहा है
जनता ठिठुर रही है
कडाके की ठण्ड में
बैंक की लाईनों में खड़े-खड़े
'देश' के लिए ,,,!
'नमन'

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