-- प्रेम के हस्ताक्षर ---
मैं प्रेम हूँ
आँसू हूँ
व्यथा हूँ
अनकही कथा हूँ।
मैं दर्द हूँ
करुणा हूँ
वेदना हूँ
अव्यक्त चेतना हूँ।
मैं गीत हूँ
ग़ज़ल हूँ
आस हूँ
अनबुझी प्यास हूँ।
मैं आस्था हूँ
विश्वास हूँ
कल्पना का
अनन्त आकाश हूँ।
मैं जहाँ भी हूँ
जैसा भी हूँ
तुम्हारा हूँ
तुम्हारे लिए हूँ । 'नमन'
No comments:
Post a Comment