कहा कहा फिर फिर कहा, लेकिन कहा न जाय|
जब भी कहा कुछ अनकहा, पीड़ा बरनि न जाय||
Wednesday 23 March 2016
आत्महत्या
इन्ही आँखों से मैंने
उस मारवाड़ी सेठ को
५ करोड़ दान की बोली लगाकर
हेलीकाप्टर से मंदिर पर
फूल चढाते देखा है
जिसके
४ टका व्याज पर
दिए गए पैसे को
न चुका पाने के कारण
कल
महुआ टोले के
दो किसानो ने
कर ली आत्महत्या।
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