बहाना
मेरा हंसना भी एक बहाना है
सारी दुनियाँ से गम छिपाना है.
दिल भले रो रहा है उसके लिए
अश्क उसको नहीं दिखाना है.
यार की अपनी होगी मजबूरी
उसपे तोहमत नहीं लगाना है.
पीठ में जिसने भोंका है खंजर
उसके घर फूल ले के जाना है.
बे वफा ही सही है यार मेरा
उसको एक बार फिर मनाना है.
वतन कितना अजीज है हमको
सारी दुनिया को यह बताना है.
कोई कितने भी लगा ले पहरे
दिल जिसपे आना है तो आना है.
नमन
मेरा हंसना भी एक बहाना है
सारी दुनियाँ से गम छिपाना है.
दिल भले रो रहा है उसके लिए
अश्क उसको नहीं दिखाना है.
यार की अपनी होगी मजबूरी
उसपे तोहमत नहीं लगाना है.
पीठ में जिसने भोंका है खंजर
उसके घर फूल ले के जाना है.
बे वफा ही सही है यार मेरा
उसको एक बार फिर मनाना है.
वतन कितना अजीज है हमको
सारी दुनिया को यह बताना है.
कोई कितने भी लगा ले पहरे
दिल जिसपे आना है तो आना है.
नमन
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