गुजरा है जिधर से भी मेरा यार शहर में
लाखों को किया इश्क का बीमार शहर में.
देखा उसे तो चाँद भी शर्मा के छिप गया
सब उसकी मोहब्बत में गिरफ्तार शहर में.
देखा उसे तो चाँद भी शर्मा के छिप गया
सब उसकी मोहब्बत में गिरफ्तार शहर में.
ईमान की छोडो हजारों जान ले गया
दिल वालों में मचा है हाहाकार शहर में.
दिल वालों में मचा है हाहाकार शहर में.
पलकें बिछाए बैठे हैं राहों में हजारों
मेरे यार के लाखों हैं तलबगार शहर में.
मेरे यार के लाखों हैं तलबगार शहर में.
सडकों पर उतर आये हैं बूढ़े और नौजवान
करने हमारे यार का दीदार शहर में .
करने हमारे यार का दीदार शहर में .
देखो जहाँ वहीँ पर उसके हुश्न की चर्चा
सब लोग भुला बैठे हैं घर बार शहर में.
हम लुट गए 'नमन' शहर का चैन लुट गया
वो कर रहा है प्यार का व्यापार शहर में . 'नमन'
सब लोग भुला बैठे हैं घर बार शहर में.
हम लुट गए 'नमन' शहर का चैन लुट गया
वो कर रहा है प्यार का व्यापार शहर में . 'नमन'
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