Wednesday, 25 June 2014

फेकू की पलटू सरकार, करे देश का बंटाधार।

फेकू की पलटू सरकार, करे देश का बंटाधार।
* थूक कर चाटना बंद करे सरकार। 
* हमेशा रेल किराये में वृद्धि का विरोध करने वाली बीजेपी ने शासन में आते ही रेल भाड़े में 14.2 % की अभूतपूर्व वृद्धि की.
* अगर काँग्रेस शासन में रेल किराया बढाना गलत था तो आज भी गलत है। 
* हमारे एक भाजपाई मित्र ने कहा की भारतीय रेल दुनिया की सबसे सस्ती रेल है. 
* क्या भारतीय रेल २ महीने पहले तक इतनी मंहगी रेल थी की किराया बढ़ाना गलत था और अब अचानक यह दुनिया की सबसे सस्ती रेल हो गयी और किराया बढ़ाना जायज हो गया?
 * यह वृद्धि ऐसे ही है जैसे नई सडक बनाए बिना पुरानी सडक पर यह कह कर टोल वसूला जाए की नई सडक बनाने की योजना है, सो जनता को पैसे देने होंगे। 
 * हमेशा से विकास विरोधी रही है बीजेपी ।
 * आज रेलवे की जिन 4.5 लाख करोड की प्रलंबित योजनाओ की बात बीजेपी कर रही है वे बीजेपी शासन की नही बल्कि पिछले 10साल के काँग्रेस शासन की...
योजनाएं है जिन्हे तत्कालीन विरोधी पक्ष बीजेपी की विकास विरोधी आंदोलनो यानी किराए की वृद्धि के विरोध ने पूरा नही होने दिया।
* केवल पिछला 10 साल ही नही पिछला 50साल इस बात की गवाही है कि जब भी काँग्रेस शासन मे 50पैसा या 1रू भी किराया बढा जनसंघ और बीजेपी नेताओं ने विधवा स्त्रियो की तरह छाती कूट-कूट कर उसका विरोध किया।
* बीजेपी की नकारात्मक राजनीति ने रेलवे के विकास को रोका। पैसे की कमी की वजह से वे पूरी नही हो पाई।
* जरूरत 5रू किराया बढाने की होती थी और संघी 1रू किराया नही बढाने देते थे।
* मोदीजी  या तो पहले गलत थे जब वे रेल किराया बढाने का विरोध करते थे या आज गलत है जब वे स्वयं किराया बढा रहे है।
मोदी जी की कसम।
आपका ,
नमन 

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