भारतीय प्रजातंत्र के राजनीतिक इतिहास की गलत प्रस्तुति करके भ्रम फैलाने का काम आरएसएस प्रेरित मीडिया पहले भी करता रहा है और आज भी कर रहा है.
मोदी की जीत को अब तक के राजनैतिक इतिहास की सबसे बड़ी जीत बताने वालों को ये जानना चाहिए की
आम चुनावो में कांग्रेस पूर्व में 7 बार इससे बड़ा जनादेश प्राप्त कर चुकी है-
1952 = 364 लोकसभा सीटें
1957 = 371 लोकसभा सीटे
1962 = 361 लोकसभा सीटें
1967 = 283 लोकसभा सीटे
1971 = 352 लोकसभा सीटें
1980 = 351 लोकसभा सीटें
1984 = 414 लोकसभा सीटें
साथ ही एक और तथ्य की तरफ मै आप सबका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा की १९७७ के आम चुनावों में अकेले "भारतीय लोकदल" को लोकसभा की २९५ सीटें जीतने में सफलता मिली थी, जो आज के मोदी के प्रदर्शन से बेहतर थी.
इन चुनावो में पूरे जनता पार्टी गठबंधन को ३४५ सीटें मिली थी जो NDA के वर्तमान प्रदर्शन से बेहतर थी.
साथ ही मीडिया का यह दावा की पूवॆ मे कभी इतना छोटा विपक्ष नहीं हुवा था भी गलत है । कृपया प्रमुख विपक्षी दलों का चुनाव इतिहास देखें। सात बार प्रमुख विपक्षी दलों ने 2014 के कांग्रेस प्रदर्शन से काम सीटें जीती हैं -
1952 - सीपीआई = 16
1957 - सीपीआई = 27
1962- सीपीआई = 29
1967- स्वतंत्र पार्टी = 44
1971- सीपीआई(M)=25
1980- लोकदल = 41
1984- टीङीपी=30, भाजपा=2
जो लोग भारतीय जनता की बुद्धिमत्ता और निर्णय लेने की क्षमता पर शंका करते हैं उन्हें यह आंकड़े बता देंगे की भारतीय मतदाता यदि नेताओं को सर बैठाना जानता है तो सर से उतारना भी जानता है.
आपका,
'नमन'
मोदी की जीत को अब तक के राजनैतिक इतिहास की सबसे बड़ी जीत बताने वालों को ये जानना चाहिए की
आम चुनावो में कांग्रेस पूर्व में 7 बार इससे बड़ा जनादेश प्राप्त कर चुकी है-
1952 = 364 लोकसभा सीटें
1957 = 371 लोकसभा सीटे
1962 = 361 लोकसभा सीटें
1967 = 283 लोकसभा सीटे
1971 = 352 लोकसभा सीटें
1980 = 351 लोकसभा सीटें
1984 = 414 लोकसभा सीटें
साथ ही एक और तथ्य की तरफ मै आप सबका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा की १९७७ के आम चुनावों में अकेले "भारतीय लोकदल" को लोकसभा की २९५ सीटें जीतने में सफलता मिली थी, जो आज के मोदी के प्रदर्शन से बेहतर थी.
इन चुनावो में पूरे जनता पार्टी गठबंधन को ३४५ सीटें मिली थी जो NDA के वर्तमान प्रदर्शन से बेहतर थी.
साथ ही मीडिया का यह दावा की पूवॆ मे कभी इतना छोटा विपक्ष नहीं हुवा था भी गलत है । कृपया प्रमुख विपक्षी दलों का चुनाव इतिहास देखें। सात बार प्रमुख विपक्षी दलों ने 2014 के कांग्रेस प्रदर्शन से काम सीटें जीती हैं -
1952 - सीपीआई = 16
1957 - सीपीआई = 27
1962- सीपीआई = 29
1967- स्वतंत्र पार्टी = 44
1971- सीपीआई(M)=25
1980- लोकदल = 41
1984- टीङीपी=30, भाजपा=2
जो लोग भारतीय जनता की बुद्धिमत्ता और निर्णय लेने की क्षमता पर शंका करते हैं उन्हें यह आंकड़े बता देंगे की भारतीय मतदाता यदि नेताओं को सर बैठाना जानता है तो सर से उतारना भी जानता है.
आपका,
'नमन'
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