Saturday, 15 March 2014


बीजेपी के महापुरुष मोदी जी के सत्यवचन.....

* मोदी ने पिछले दिनों हरियाणा में कहा था की जब मैं 4 क्लास में था तब सेना में जाने का मन था। 
* वे भूल गए की शिक्षक दिवस पर वे बोल चुके हैं की मेरी इच्छा थी की मैं एक शिक्षक बनू ।
* बचपन में आरएसएस की शाखा मे गए थे तो उन्होने स्वयंसेवक बनने की इच्छा दिखाई ।
* फिर भूल गए की स्वयंसेवक बनना है और माँ से पति बनने की इच्छा दिखाई।
* आडवाणी से मिले तो पत्नी को भूल गए कहा बीजेपी मे आने की इच्छा है।
* मुख्यमंत्री बने तो आडवाणी को भूल गए और कहने लगे प्रधानमंत्री बनने की इच्छा है।
* मोदी जी जब बाबा रामदेव को मिले तो बोले मैं सन्यास लेना चाहता था ।  
मोदी जी की इच्छायेँ अनंत हैं। सपने अनंत हैं । और सच ?
वो जानते हैं, सच कहेगा जो वो सूली पाएगा
           सत्य की जग से पुरानी दुश्मनी है
इसीलिए मोदी जी डपोर शंख की तरह झूठ बोले जा रहे हैं। 

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