बीजेपी के
महापुरुष मोदी जी के सत्यवचन.....
* मोदी ने पिछले दिनों हरियाणा में कहा था की जब मैं 4 क्लास में था तब सेना में जाने का मन था।
* मोदी ने पिछले दिनों हरियाणा में कहा था की जब मैं 4 क्लास में था तब सेना में जाने का मन था।
* वे भूल गए की ‘शिक्षक दिवस’ पर वे बोल चुके हैं की मेरी इच्छा थी की मैं एक शिक्षक बनू ।
* बचपन में आरएसएस की
शाखा मे गए थे तो उन्होने स्वयंसेवक बनने की इच्छा दिखाई ।
* फिर भूल गए की
स्वयंसेवक बनना है और माँ से पति बनने की इच्छा दिखाई।
* आडवाणी से मिले
तो पत्नी को भूल गए कहा बीजेपी मे आने की इच्छा है।
* मुख्यमंत्री
बने तो आडवाणी को भूल गए और कहने लगे प्रधानमंत्री बनने की इच्छा है।
* मोदी जी जब बाबा रामदेव को मिले तो बोले मैं सन्यास लेना चाहता था ।
* मोदी जी जब बाबा रामदेव को मिले तो बोले मैं सन्यास लेना चाहता था ।
मोदी जी की
इच्छायेँ अनंत हैं। सपने अनंत हैं । और सच ?
वो जानते हैं, ‘सच
कहेगा जो वो सूली पाएगा
सत्य की जग से पुरानी दुश्मनी है’।
इसीलिए मोदी
जी डपोर शंख की तरह झूठ बोले जा रहे हैं।
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