Sunday 29 December 2013

हम आईने हैं दिखाएंगे दाग चेहरों के.....



हम आईने हैं दिखाएंगे दाग चेहरों के,
जिसे खराब लगे सामने से हट जाये।

RSS के रिमोट से संचालित जनसंघ और बीजेपी ने हमेश से किया है देश को गुमराह। इनके दुष्प्रचार ने किया है देश को कमजोर ----
·        इसी विचारधारा और इनके दुष्प्रचार ने कारवाई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या... ===== ये सोचते थे की महात्मा गांधी की हत्या के बाद देश विखंडित हो जाएगा। पंडित नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आज़ाद और डॉ आंबेडकर जैसे महापुरुषों के सशक्त नेतृत्व ने नवनिर्मित राष्ट्र की चेतना को जगाए रखा और देश की अखंडता एवं संप्रभुता अक्षुण्ण रही।
·        इमरजेंसी के पहले और इमरजेंसी के समय इन्ही ताकतों ने सरकार द्वारा जबरदस्ती नसबंदी कराये जाने का दुष्प्रचार किया और अफवाहें फैलाई। जिसके फलस्वरूप इन्दिरा गांधी और कांग्रेस चुनाव हार गई। तब से आज तक किसी सरकार की हिम्मत नहीं हुयी की वह परिवार नियोजन कार्यक्रम को पूरी निष्ठा से लागू करे.... ==== इसके फलस्वरूप सन 2010-11 मे भारतवर्ष की जो जनसंख्या लगभग 100 करोड़ के आस पास होनी चाहिए थी वह लगभग 121 करोड़ हो गई। परिणाम आपके सामने है। देश भूख, गरीबी, बेरोजगारी, आवास, बिजली, पानी जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। अगर आबादी 21करोड़ कम होती तो 21 करोड़ कम लोगों भोजन, पानी, नौकरी, घर आदि सुविधाएं देने का भार सरकार पर होता। ----- संक्षेप मे कहें तो आज कोई भारतीय भूखा न होता, कोई भारतीय बेरोजगार न होता, कोई भारतीय सड़कों पर न सोता।
·        प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने तत्कालीन विदेश मंत्री अटलबिहारी बाजपेयी की सलाह पर पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी द्वारा शुरू किए गए RAW के विशेष आतंकवादी विरोधी दस्ते को(जो विशेष रूप से पाकिस्तानी आतंकवादी गतिविधियों का विरोध करने के लिए बनाया गया था) भंग कर दिया। इससे देश की आंतरिक सुरक्षा मे बहुत बड़ी सेंध लगी जो आज तक नहीं भरी जा सकी। उनके इस कार्य के लिए पाकिस्तान सरकार ने मोरारजी देसाई को पाकिस्तान के सबसे बड़े पुरस्कार निशाने पाकिस्तान से नवाजा। =====  देश आज तक उसका फल भोग रहा है। पाकिस्तान सरकार द्वारा समर्थित और पोषित आतंकवादी संगठनो ने भारत मे हत्याओ और बम विस्फोटों का जो सिलसिला शुरू कर रखा है, उसके केंद्र मे मोरारजी देसाई और अटलबिहारी बाजपेयी का RAW की इस wing को बंद करने का यह निर्णय ही है।
·        वी.पी. सिंह और बीजेपी ने राजीव गांधी पर झूठा आरोप लगाया की उन्होने बोफोर्स से दलाली लेकर एक निकृस्ट दर्जे की तोप खरीदी है। वी.पी. सिंह और बीजेपी के नेता दुष्प्रचार करते हुये सार्वजनिक सभाओं मे कहते थे की यह तोप आगे की तरफ नहीं पीछे की तरफ गोला दागती है .... ===== यही बोफोर्स तोप कारगिल युद्ध मे भारतीय सेना की तारनहार बनी और सेना के जवानों ने राजीव गांधी ज़िंदाबाद के नारे लगाए। ------ BJP के इस दुष्प्रचार की वजह से 1985-86 के बाद भारतीय सेना ने उस दर्जे की कोई तोप नहीं खरीदी। कारगिल युद्ध मे एक बोफोर्स तोप खराब होने पर दूसरी बोफोर्स तोप के कलपुर्ज़े खोल कर उस तोप मे लगा कर भारतीय सेना ने दुश्मन की चौकियों पर बमबारी की। देश की सुरक्षा के साथ बीजेपी नेताओं द्वारा इससे बड़ा खिलवाड़ और क्या हो सकता है? कारगिल युद्ध के समय हमारे सैनिकों के पास बर्फ मे चलने के लिए जरूरी जूते तक न थे।
·        बीजेपी ने संसद से सड़क तक तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कंप्यूटरायजेसन कार्यक्रम का यह कह कर विरोध किया की इससे बेरोजगारी बढ़ेगी..... ===== यह है बीजेपी का विकास विरोधी चेहरा। आज इसी IT सेक्टर मे न केवल युवाओं को नौकरियाँ मिली बल्कि भारत की विदेशी मुद्रा आय मे इसका बहुत बड़ा योगदान है।
·        बीजेपी ने संसद से सड़क तक तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनके वैज्ञानिक सलाहकार सैम पित्रोदा का पूरे देश मे मज़ाक उड़ाया। जब सैम पित्रोदा ने कहा की सन 2000 तक मैं भारत के हर गाँव के पेड़ पेड़ पर टेलीफोन लटका दूंगा..... ==== यह है बीजेपी की वैज्ञानिक समझ और इनकी दूरदर्शिता। आज भारत के हर गाँव मे पेड़ तो क्या हर व्यक्ति तक फोन की पहुँच है।   
·        वी.पी. सिंह की बीजेपी के समर्थन से बनी सरकार ने जिसके केंद्रीय गृह मंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद थे सन 1989 मे अपनी बेटी को बचाने के लिए 5 दुर्दांत  आतंकवादियों को रिहा किया.... =====  ऐसा क्यों होता है की जब भी बीजेपी सरकार मे होती है या कोई BJP के समर्थन से बनी सरकार केंद्र मे होती है तभी पाकिस्तानी आतंकवादी रिहा किए जाते हैं या पाकिस्तानी आतंकवादियों को सहायता पहुंचाने वाले निर्णय किए जाते हैं?
·        बीजेपी के शासन मे पहली बार किसी सेनाध्यक्ष को बर्खास्त किया गया और सेना का राजनैतिक-करण शुरू हुआ। अटलबिहारी बाजपेयी मंत्रिमंडल मे रक्षामंत्री रहे जार्ज फर्नाडीज़ जलसेना अध्यक्ष ऐडमिरल भागवत से इसलिए नाराज़ हो गए की पूर्वोत्तर के आतंकवादियों को हथियार ले जा रही एक बोट को भारतीय जलसेना ने पकड़ लिया... ===== एक तरफ ऐडमिरल भागवत को बीजेपी सरकार ने बर्खास्त कर दिया, दूसरी तरफ तत्कालीन प्रधानमंत्री बाजपेयी सभी प्रोटोकाल तोड़ कर अंडमान निकोबार के तैनात जलसेना के एक उच्च अधिकारी के घर क्रिसमस और नव वर्ष की पार्टी करते रहे।  
·        बीजेपी की बाजपेयी सरकार ने 1999 मे तीन कुख्यात पाकिस्तानी आतंकवादियों को 900 करोड़ के दहेज के साथ छोड़ दिया..... ===== यही आतंकवादी मौलाना मसूद अज़हर, अहमद ओमर शेख और मुश्ताक़ अहमद जरगार बाद मे संसद पर आतंकवादी हमले और मुंबई आतंकवादी हमले के सूत्रधार बने। (क्रमशः)
                    नमन  

No comments:

Post a Comment