देवयानी खोबरागढ़े / संगीता रिचर्ड
बड़े बाप की बेटी / गरीब ड्राईवर की बीबी
IFS(भारतीय विदेश सेवा) / घरेलू नौकरानी
IAS अधिकारी की बेटी / गरीब हिन्दुस्तान की बेटी
करोड़पती / गरीब- जरूरतमन्द
• ऐसा क्या हुआ दोनों के बीच की संगीता जो घरेलू नौकरानी बनकर देवयानी खोबरागढ़े के घर मे काम करने अमेरिका गयी थी, एक सुधारगृह मे शरण लेती है?
• क्या यह भारतीय दूतावास और भारत सरकार के लिए शर्मनाक बात नहीं है की हम अपने घरेलू नौकर को मानक से कम तनख्वाह देते हैं ?
• क्या भारतीय दूतावास की ज़िम्मेदारी नहीं बनती की वह अमेरिका मे रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों के हितों का ध्यान रखे ?
• अमेरिका मे रहने वाले सभी भारतीयों की तो बात छोड़े, हमारा दूतावास खुद अपने अधिकारियों के घरों मे काम करने वाले भारतीयों के हितों का ध्यान रखने मे क्यों असमर्थ रहा ?
• देवयानी खोबरागढ़े ने यदि संगीता रिचर्ड ने कोई गैरकानूनी काम किया था तो अमेरिकी अधिकारियों को उसकी सूचना देकर उसे हिंदुस्तान वापस भेजने की कार्यवाही करनी चाहिए थी। देवयानी द्वारा संगीता और उसके पति के खिलाफ दिल्ली पुलिस मे शिकायत करने की क्या जरूरत थी?
• क्या देवयानी खोबरागढ़े ने अपने पद, ताकत, पहुँच और राजनैतिक सम्बन्धों का दुरुपयोग करके एक गरीब महिला और उसके परिवार को प्रताड़ित नहीं किया है ?
• महिलाओं और आम आदमी के लिए काम करने वाली संस्थाए क्यों देवयानी के खिलाफ आवाज़ नहीं उठा रही हैं ? क्या इसका कारण देवयानी के ताकतवर पिता का राजनैतिक नेताओं और उच्च पदस्थ प्रशासकीय अधिकारियों से मधुर संबंध तो नहीं ?
• अमेरिकी अधिकारियों ने जो व्यवहार देवयानी खोबरागढ़े के साथ किया उसका कडा विरोध होना चाहिए, अमेरिकी अधिकारियों ने अपने व्यवहार के लिए माफी भी मांगनी चाहिए, परंतु क्या देवयानी ने जो किया वह पद और सत्ता का दुरुपयोग नहीं है?
• क्या भारत सरकार ने देवयानी खोबरागढ़े को भारत बुला कर उन्हे भारतीय विदेश सेवा से बर्खास्त नहीं कर देना चाहिए ?
• क्या हमारा देश आज सक्षम और पीड़ित ऐसे दो भागों मे विभाजित नहीं हो चुका है, जहां एक तरफ धन, ओहदा , बाहुबल और राजनैतिक सम्बन्धों से सक्षम कुछ परिवारों ने पूरे देश मे हाहाकार मचा रखा है ?
• क्या पूरे भारत मे लाखों सरकारी कर्मचारी प्रशासनिक अधिकारियों के घरेलू नौकर बन कर नहीं रह गए हैं, जहां वे तनख्वाह सरकार से लेते हैं और काम इन अधिकारियों के घर करते हैं ? देवयानी खोबरागढ़े स्वयं एक उच्च पदस्थ IAS अधिकारी की सुपुत्री हैं और उनके पिता उनके प्रेरणा स्थान रहे हैं .....
सोचिए – सोचिए ......‘नमन’
No comments:
Post a Comment