Monday, 16 September 2013


सोने का सच----


पिछले दो महीनो से BJP और RSS के द्वारा लगातार यह अफवाह फैलाई जा रही है की हिंदुस्तान सरकार 500 टन सोना गिरवी रखने जा रही है। जबकि केंद्र सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है।
  
मेरी जानकारी मे स्वतंत्र भारत मे एक बार मोरारजी भाई के प्रधान मंत्री काल मे, जिसमे श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी विदेश मंत्री और श्री लालकृष्ण आडवाणी जी केंद्रीय मंत्री थे, सोना बेचा गया था।

दूसरी बार सोना 1991 मे गिरवी रखा गया जब प्रसिद्ध अर्थ शास्त्री श्री यशवंत सिन्हा जी केंद्रीय वित्त मंत्री थे, जो वर्तमान मे BJP के शीर्ष नेता और वित्त विशेषज्ञ हैं।

BJP और RSS के नेताओं को यह पता है की वे जब 2004 के चुनावों मे उनकी पराजय हुयी थी तब NDA के बाजपेयी शासन के अंतिम वर्ष 2004 मे भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 113 बिलियन अमेरिकी डालर था। जो UPA के कांग्रेस शासन मे लगभग 150% बढ़ कर जून 2013 मे 287 बिलियन अमेरिकी डालर हो गया है।

आज सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार के मामले मे भारत पूरे विश्व मे 10वे नंबर पर है। जर्मनी 12वे नंबर, ब्रिटेन 21वे नंबर, बांगलादेश 60वे नंबर और पाकिस्तान इस सूची मे 66वे नंबर पर है।

BJP के शासन काल मे 2004 मे भारत मे सोने का कुल भंडार 4,192 टन था जो आज 2013 मे कांग्रेस शासन मे लगभग 270% बढ़ कर 11,000 टन से अधिक हो गया है।
BJP और RSS के नेताओं के पास जनता को दिग्भ्रमित करने की योजनाएँ बनाने और अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने के अलावा कोई काम नहीं रह गया है।
  
कहावत मशहूर है “ थोथा चना –बाजे घना”
नमन

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