Monday, 1 July 2013

समाचार पत्र


    -- समाचार पत्र    -- 

पहले ही खरीदे जा चुके
समाचार पत्र को
फिर से खरीदकर पढ़ता हूँ
उसे पढ़ कर
नए हिंदुस्तान का स्वप्न गढ़ता हूँ...

बिकाऊ समाचारों का भी
अपना जादू है
ये बौनों को बना देता है कद्दावर
और बलवान को बेबस...

सोचिए- सोचिए
अगर बिके समाचार
इतना कर सकते हैं
तो अगर ये न बिके होते
ये क्या नहीं कर जाते .... 

ये क्या नहीं कर जाते....
                             ‘नमन’

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