Friday, 1 June 2012

गुरु ज़ी को 'नमन' सहित...



हो सकता है मौसम बदले
हो सकता है प्यार मिले 
हो सकता है मेरे यार का 
फिर मुझको दीदार मिले|

हो सकता है घिरें घटायें
सावन झूम- झूम बरसे
हो सकता है मेरी नाव को
एक नयी पतवार मिले|

 हो सकता है इन आँखों में 
फिर से कोई रंग भरे
हो सकता है कोई अपना 
लेकर नयी बयार मिले|

हो सकता है फिर से कोई 
मेरे प्रेम गीत गाये
हो सकता है उसकी बाहों में 
मुझको  संसार मिले|

हो सकता है खिले चाँदनी
रात सुहानी  हो  जाए
हो सकता है उससे मिलकर
दिल को मेरे  करार मिले||    'नमन' 

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