मेरी कविता
तलाश है - यात्रा है
अन्दर क़ी- अंतर क़ी
जहाँ होता हूँ मैं सिर्फ मै
अपने साथ अकेले
होते हैं
मेरे अनुभव और अनुभूतियाँ
होता है मेरा अपना संसार
मेरा प्यार- मेरी घृणा - मेरा डर
और होते हो तुम
क्योंकि तुम्हारे बिना तो
मैं भी नहीं हूँ....... 'नमन'
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