मित्रो ,
एक नयी रचना आपको समर्पित ...........
वादे किये तो क्या हुआ, बातें तो हैं बातें
शिकवे किये तो क्या हुआ,बातें तो हैं बातें||
संसद में जोर शोर से चर्चा हुई मगर
देश अब भी भूखा नंगा है,बातें तो हैं बातें||
उसने कहा था साथ निभाएंगे ऊम्र भर
वो गैर क़ी बाँहों में हैं, बातें तो हैं बातें||
मयखाने में जाने की की नासेह ने मनाही
खुद ठाट से पीते रहे, बातें तो हैं बातें||
सारे विके हुए हैं दिल्ली से गली तक
पर कहते हैं अफवाह है, बातें तो हैं बातें||
गीता में कृष्ण ने कहा तू कर्म किये जा
हम उम्र भर सोते रहे, बातें तो हैं बातें||
पत्थर पर लिख के नाम मेरा फेंकते हैं वो
बदनाम हम हुए तो कहा, बातें तो हैं बातें||
काजी भी है, कातिल भी है,लाशें भी है बिछी
मुख्तार साहब ने कहा, बातें तो हैं बातें||
कुछ लोगों ने साहित्य के कुनबे बना लिए
पूछा जो हमने बोले की , बातें तो हैं बातें||
'नमन'
हर दिल में बसी है दहशत, हर ओर सिर्फ मातम है,
ReplyDeleteसरकार ने कहा था जो, वो बातें भी थीं बातें.
जश्न-ए-आतंक ने, फिर ज़ख्म हरे कर डाले,
सहमा है शहर आज फिर बातें ही हैं बातें.