Friday, 27 May 2011

BAAT

मित्रो ,
एक नयी रचना आपको समर्पित ...........

वादे किये तो क्या हुआ, बातें तो हैं बातें

शिकवे किये तो क्या हुआ,बातें तो हैं बातें||


संसद में जोर शोर से चर्चा हुई मगर
देश अब भी भूखा नंगा है,बातें तो हैं बातें||


उसने कहा था साथ निभाएंगे ऊम्र भर
वो गैर क़ी बाँहों    में हैं,    बातें तो हैं बातें||


मयखाने में जाने की की नासेह ने मनाही
खुद ठाट से पीते   रहे,   बातें    तो   हैं   बातें||


सारे विके हुए हैं दिल्ली से गली तक
पर कहते हैं अफवाह है,  बातें तो हैं बातें||


गीता में कृष्ण ने कहा तू कर्म किये जा
हम उम्र भर सोते    रहे,  बातें तो हैं बातें||


पत्थर पर लिख के नाम मेरा फेंकते हैं वो
बदनाम हम हुए तो कहा, बातें तो हैं बातें||


काजी भी है, कातिल भी है,लाशें भी है बिछी
मुख्तार साहब   ने कहा,   बातें   तो हैं  बातें||


कुछ लोगों ने साहित्य के कुनबे बना लिए
पूछा जो हमने बोले की , बातें तो हैं बातें||
                                                                   'नमन'

1 comment:

  1. हर दिल में बसी है दहशत, हर ओर सिर्फ मातम है,
    सरकार ने कहा था जो, वो बातें भी थीं बातें.

    जश्न-ए-आतंक ने, फिर ज़ख्म हरे कर डाले,
    सहमा है शहर आज फिर बातें ही हैं बातें.

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