Wednesday, 9 June 2010

Shabdo me kya rakha hai

मेरे एक मित्र ने आज मुझे एसएम्एस भेजा  " शब्दों में क्या रखा है"
अब क्या बताएं अपने प्रिय  मित्र को? शास्त्रों में शब्दों को शब्द ब्रह्म कहा गया है| शब्द कभी प्यार के तख़्त पर बैठाता है तो कभी महाभारत कराता है|  मेरे मित्र के लिए ये पंक्तियाँ ..........

    वो शक्श मुझसे दूर-  दूर  है    लेकिन
    मेरी सांसों में खुशबू की तरह बसता है|
    ऐसे रिश्ते का कोई नाम नहीं हो सकता
    मगर वो शक्श मोहब्बत का एक फ़रिश्ता है||

   शब्दों पर मेरी एक कविता है, अगली बार जब आपसे बतकही होगी तो लिखूंगा| तब तक के लिए......

   मुझको गीत सुनाना होगा 
   तुझको मीत  बनाना होगा  
   तेरी आँखों के कोरों से 
   आंसू  बन बह जाना होगा|

    पुरवा जब भी लहराएगी 
    कोयल कुहू कुहू गाएगी 
    तुझको मेरे हृदयपटल पर
    प्रेम गीत लिख जाना होगा||

                                      "नमन"

1 comment:

  1. Bahut sundar shabdon ke madhyam se aap apni baat ko saralta se kah dete hain....aabhar

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