Wednesday, 7 October 2020

राम

 हे राम! 

हम शर्मिंदा हैं

तुम्हारे नाम की आड़ में 

आसाराम और राम रहीम 

करते हैं बलात्कार


हाँ राम!

हम शर्मिंदा हैं

तुम्हारा नाम लेकर 

चिनमयानंद और सेंगर

लूट रहे हैं द्रोपदियों की लाज


मेरे राम!

जय श्रीराम के नारे के साथ

निकाले जाते हैं 

बलात्कारियों के समर्थन में जुलूस


हे राम!

तुम्हारी जय जयकार करते हुए 

मंत्री पहनाते हैं 

बलात्कारियों को मालाएँ 

बलात्कार पीड़िताओं को 

भेज दिया जाता है जेल

उनके पिता की कर दी जाती है 

हवालात में हत्या


राम! 

योगियों के मंच से 

दिए जाते हैं प्रवचन

कब्रों से औरतों को निकालकर 

बलात्कार करने के...

और तुम मुस्कराते रहते हो

मंदिरों में...

नमन

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