किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे
अवध चुप था
थी काशी चुप
थे चुप सब संत
सारे मठ
ये गलती थी
किसी नेहरू की
ज़ो तुलसी चुप थे
थे रामानन्द भी चुप
विवेकानंद भी आए गए
पर वे भी थे चुप
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे .....
मुगल थे
तब भी सब चुप थे
आए अंग्रेज़ तब भी चुप
सुना है
कोई गांधी था
हिंदुओं की
500 वर्षों की
इस कायरता के पीछे
वो गांधी ज़ो हर सुबह
जपता था
‘रघुपति राघव
राजा राम
पतित पावन सीता राम’
इसी गांधी की वजह से
महान राणा प्रताप
और वीर शिवाजी
तक सब चुप थे
चुप थे नेताजी
सरदार भगत सिंह
और आज़ाद
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे....
और फिर
रात को 12 बजे
उगा आज़ादी का सूरज
और एक महान पराक्रमी
गोडसे नामक योद्धा ने
हिंदुओं की रक्षा के
लिए
मार दी गोली
78 वर्ष के
गांधी को
500 साल के
इंतज़ार के बाद
प्रकट हो गई
राम लला की मूर्ति
एक मस्जिद मे
जिसे किसी बाबर ने
बनाया था
500 साल पहले
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे ....
एक पल मे
खुदा का घर
राम का घर बन गया
खुदा के घर मे
राम के आने का दृश्य
कितना मनोरम
कितना अद्भुत
‘एको अहम द्वितीयो
नास्ति’
की बात करने वाला
सनातन धर्म
श्याम गुण गाने वाले
सूफी
और
“नाहक को तेरे
दिल मे भटकाव पड़ गया
काबे मे जो है शेख वही
बुतकदे मे है”
कहने वाला
कब्र मे सोया बहादुरशाह
जफर
सब अविभूत थे
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे ...
मुकदमा जारी था
अदालत मे
अजन्मा-अविनाशी
कण-कण मे व्याप्त
राम जन्मभूमि की
3 एकड़ ज़मीन का
फिर एक सुबह
अदालत के आदेश से
खुदा/ राम के घर का
ताला खुल गया
शुरू हो गई
पूजा और आरती
राम और रहमान दोनों
खुश
पुजारी आरती करता
और घंटी बजाता
5 समय नमाज़ पढ़ने
वाला
खुदा का बंदा
अद्भुत
गंगो जमुनी संस्कृति
खुदा का बंदा
राम की पूजा के लिए
फूल माला बेचता
अपने इक्के पर
राम के भक्तों को
दर्शन के लिए ले आता
उनकी खातिरदारी करता
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे...
एक दिन
राम के
महान पराक्रमी भक्तों
ने
ढहा दिया
राम का घर
कर दिया राम लला को
बेघर
दे दिया एक बार फिर
राम को वनवास
सीता और लक्ष्मण के
साथ
महात्मा गांधी की हत्या
का
पराक्रम करने वाले
गोडसे को पूजने वाला
महान पराक्रमी हिन्दू
नेहरू की वजह से
500 वर्ष चुप रहा
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे....
अब
सर्वोच्च न्यायालय
मे मुकदमा है
पौने तीन एकड़ ज़मीन के
मालिकाना हक़ का
और हिज़ हाईनेस
सुनवाई कर रहे हैं
100 करोड़ हिंदुओं की
आस्था और विश्वास का
ज़ो न जन्मता है
न मरता है
उस राम के
जन्म स्थान का
इंतज़ार है की
हिज़ हाईनेस तय करें
राम कहाँ पैदा हुये
किस ज़मीन पर पैदा हुये
पैदा हुये भी की नहीं
किसी बाबर ने
एक मस्जिद बनाई
और सब चुप थे....
नमन
दिनांक 19/10/2019
Website: namanom.in
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