Tuesday 12 December 2017



दिल ले गया वो मेरा कुछ इस आन बान से
सरकार जैसे वसूले कर्जा किसान से. 


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मेरे दोस्त तुझसे है इल्तिजा, मुझे प्यार कर- मुझे प्यार कर
गर इश्क है मुझसे तुझे, इजहार कर- इजहार कर.
मेरे साथ चल तू कुछ कदम, मेरे आंसुओं का शरीक बन
मैं तेरे दिल का करार हूँ, इकरार कर- इकरार कर.


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मीडिया की आवाज बिक गई, न्याय बिका है कौड़ी में
पत्रकार की कलम बंद है, लक्ष्मीपतियों की तिजोरी में.
गिरवी है पूंजीपतियों के पास देश की तकदीरें
सत्ता है लफ्फाजों और जुमलेबाजों की झोली में.
अब तो जागो देशवासियों सबक सिखाना है इनको
सिसक रहा है देश शासकों की इस आंख मिचौली में.

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किसी को प्यार करना चाहता हूँ
किसी का प्यार पाना चाहता हूँ.
किसी के दिल में बसना चाहता हूँ
किसी का दिल चुराना चाहता हूँ.
मोहब्बत का बहाना चाहता हूँ
मैं फिर से मुस्कुराना चाहता हूँ.
मैं नफरत को हराना चाहता हूँ
मोहब्बत आजमाना चाहता हूँ.
अँधेरों को मिटाना चाहता हूँ
इश्क का आशियाना चाहता हूँ. 



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