Saturday 8 August 2015

बीजेपी नेताओं का दोमुंहापन

                 बीजेपी नेताओं का  दोमुंहापन 

सुषमाजी जब विपक्ष मे थी तो देशभक्त और ईमानदार होने की नौटंकी करती थी , साथ ही भ्रष्ट रेड्डी बंधुओं की राजनैतिक संरक्षण भी करती थी. अब छोटे मोदी के लिए, मानवता और रोने-धोने की नौटंकी कर रही है।

सुषमा स्वराज जी ने संसद में स्वीकार किया है की उन्होंने मानवीय आधार पर ब्रिटिश अधिकारीयों को लिखा था की, ' यदि ब्रिटिश सरकार चाहे तो ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज मुहैया करा सकती है, इससे भारत और ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा'.

***  यह भारतीय विदेश मंत्री द्वारा ब्रिटिश अधिकारीयों को दी गयी NOC नहीं तो और क्या है ? 
***  प्रश्न उठता है की सुषमा जी ने बिना विदेश मंत्रालय को बताये यह NOC क्यों दी?
***  सुषमा जी ने संसद को गुमराह करते हुए इकोनामिक टाईम्स का हवाला देते हुए कहा कि छोटे मोदी को यात्रा परिपत्र उनके पत्र की वजह से नहीं बल्कि मेरिट पर मिले।
----- अगर सुषमा जी के पत्र की कोई जरूरत नहीं थी तो सुषमा जी ने विदेश मंत्रालय की चोरी से ललित मोदी के पक्ष में पत्र दिया ही क्यो?
*** सुषमा जी ने प्रश्न किया की अगर मेरी जगह सोनिया गाँधी होती तो क्या करती ? 

----- सुषमा जी भूल जाती हैं की २ साल पहले जब सोनिया गाँधी अपने इलाज़ के लिए विदेश गयी थी तो उनके नेता मोदी जी ने सार्वजानिक रूप से पूंछा था, 'सोनिया जी किस चीज़ का इलाज़ कराने विदेश गई हैं? 
वे भारत में इलाज़ क्यों नहीं कराती?' 
मोदी जी ने सोनिया गाँधी पर भारत सरकार के १८८० करोड़ रु अपने इलाज़ पर खर्च करने का झूठा आरोप भी सार्वजानिक सभा में लगाया था.
*** क्या तब सुषमा जी मनुष्य नहीं थी? स्त्री नहीं थी? विवेक शून्य थी? संवेदना शून्य थी? जो उन्होंने अपने नेता मोदी जी की भर्त्सना नहीं की....
*** सुषमा जी को केवल श्रीमती ललित मोदी पर दया क्यों आती है ? अब तक ऐसे और कितने मामलों में सुषमा जी ने बिना विदेश मंत्रालय को बताये लोगों की सहायता की है ?

काँग्रेस अध्यक्षा के प्रति घृणा और द्वेष मे आकंठ डूबी, कभी सिर मुंडाने की धमकी देने वाली, कभी राजघाट पर नृत्य करने वाली सुषमाजी ने जब संसद में अपना जुर्म कबूल कर लिया है तो उन्होंने तुरंत स्तीफा दे देना चाहिए.
*** कांग्रेस सरकार के  मंत्री शशि थरूर की होने वाली ( अभी हुयी नहीं) पत्नी को आईपीएल में  लेन देन का आरोपी कह कर बीजेपी संसद में बहंस नहीं करती और तब तक संसद नहीं चलने देती जब तक थरूर स्तीफा नहीं दे देते. 
*** कांग्रेस सरकार के मंत्री बंसल के भतीजे पर लगे आरोप में बीजेपी संसद में बहस नहीं करती और तब तक संसद नहीं चलने देती जब तक बंसल स्तीफा नहीं दे देते. 
---- वही बीजेपी सुषमा स्वराज, वसुंधरा , दुष्यंत ( छोटे मोदी घोटाला ) , शिवराज सिंह ( व्यापम), पंकजा मुंडे (चिक्की घोटाला), रमण सिंह ( चावल घोटाला) आदि के आरोपियों को बचाने में दिन रात एक कर रही है. 
---- जो बीजेपी कांग्रेस सरकार के समय ६०० घंटे संसद नहीं चलने देती है वही बीजेपी संसद में विरोध करने के लिए २५ कांग्रेस सांसदों को निलंबित कर देती है. 

---- तुर्रा यह की राजनाथ सिंह कहते हैं की बीजेपी कांग्रेस नहीं है की हमारे मंत्री स्तीफा दे देंगे।

                                                                                                                         'नमन'

No comments:

Post a Comment