- तानाशाही की तरफ बढ़ते भारत के कदम –
भारतीय राजनीति का यह संक्रमण काल है। अगर 2014 के आम चुनावों के बाद एनडीए चुन कर आती है तो नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे यह इशारा अपरोक्ष रूप से बीजेपी ने कर दिया है तो मेरा मानना है यह चुनाव भारत के अंतिम चुनाव साबित होंगे । उसके बाद नमो तानाशाह बन जाएँगे क्योंकि तानाशाही उनकी प्रकृति मे है। जैसा की उनकी विभिन्न घोषणाओं से स्पष्ट है और अगर मेरी आशंका सच साबित होती है तो बीजेपी से अधिक इसका दोष मैं कांग्रेस के नेताओं को दूंगा। देश मे प्रजातन्त्र कायम रहे इसकी सबसे अधिक जिम्मेवारी कांग्रेस कार्यकर्ता की है, क्योंकि इसी कांग्रेस ने देश को स्वतन्त्रता दिलाने के लिए शहादतें दी थी, लाठियाँ और गोलियां खाई थी।
बीजेपी के कोई नेता चाहे वह गोवा मे उपस्थित सुषमाजी , जेटली जी, मुरलीमनोहर जोशी जी हों या अनुपस्थित आडवाणी जी, जसवंत सिंह जी, यशवंत सिन्हा जी, उमा भारती जी हों.... कोई मोदी को 2014 आम चुनाव का मुख्य प्रचारक नहीं बनाना चाहता था। यह तो भारतीय व्यापारी घरानो और विदेशी दबाव है जिसके सामने बीजेपी नेतृत्व ने घुटने टेक दिये। इन सबको भारत मे प्रजातन्त्र नहीं बल्कि तानाशाही चाहिए ताकि भारतीय सम्पदा का अबाधित शोषण जारी रह सके। आरटीआई कानून के चलते जो रुकता नज़र आ रहा है....
2014 आम चुनाव के बाद अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री चुन लिए गए जिसका प्रयास कुछ बीजेपी नेता कर रहे हैं, तो यह चुनाव स्वतंत्र भारत का अंतिम चुनाव साबित होगा । मेरा व्यक्तिगत मानना है और ईश्वर करे की मेरी आशंका गलत साबित हो कि नमो की ताजपोशी भारत मे तानाशाही (Dictatorship) की शुरुवात होगी। लालकृष्ण आडवाणी बीजेपी के भविष्य का सटीक पूर्वानुमान करने वाले नेता रहे हैं। वे और यशवंत सिन्हा, जसवंत सिंह, मुरलीमनोहर जोशी जैसे अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को इस खतरे का पूर्वानुमान है अतः वे उनका विरोध कर रहे हैं। बीजेपी ने 2014 चुनावों के मुख्य प्रचारक के रूप मे नमो के नाम की घोषणा करके देश को आने वाले तानाशाही राज्य की पूर्व सूचना दे दी है।
बी जे पी नेताओं में लालकृष्ण अडवानी के नेतृत्व , सुषमा स्वराज के वक्तृत्व , यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह के कृतित्व, मुरलीमनोहर जोशी के गुरुत्व और जेटली के व्यतित्व के आगे मोदी बौने नज़र आते हैं। ये सब नेता मोदी से कई गुना अधिक काबिल हैं। मोदी की हालत वैसी है जैसे अंधे के हाथ बटेर लग गयी हो।
मैं गुजरात के पिछले वर्ष के आंकड़े दे रहा हूँ ...
* State wise Size of GDP in yr 2011-12
1. Maharashtra.... 11,60,000 Crore
2. U.P.... 6,77,000 crore
3. Andhra Pradesh 6,76,234 crore
4. Tamilnadu 6,35,o44 Crore
5. Gujrat 5,60,000 Crore
* Top Three States Foreign Direct Investment in yr 2011-12
1. Odissa... 49,527 crore
2. Andhrapradesh 33,936 crore
3. Gujrat 20,258 crore
* Top 3 big States Per capita Income... in 2010-2011
(Per Capita GDP of Smaller states like New Delhi, Goa
And many others are not included as they have very high
per Capita Income)
1. Haryana Rs. 94,680
2. Maharashtra Rs. 83,471
3. Gujrat Rs. 75,115
ये आंकड़े बताते हैं की मोदी ने गुजरात में पिछले १२ वर्षों में क्या विकास किया है ?
बीजेपी सचमुच पार्टी विथ डिफरेंस है.....
ट्रक ड्राईवर को दे दिया बोइंग चलाने का लाइसेन्स ! अरे भाई गुजरात चलाने और देश चलाने मे अंतर है ।
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