Sunday, 30 March 2014

चलिये आज राजनैतिक बकवास की बात कर लेते हैं, सही गलत की चर्चा कर लेते हैं.....


चलिये आज राजनैतिक बकवास की बात कर लेते हैं, सही गलत की चर्चा कर लेते हैं.....
·         ए.के.अंटोनी और केजरीवाल पाकिस्तानी एजेंट है --- मोदी
(क्या मोदी ये साबित कर सकते है? क्या मोदी और उनकी पार्टी शपथ पूर्वक यह कह सकती है की वह मोहम्मद अली जिन्ना के परिवार से चंदा नहीं लेती रही है?)
·         राहुल गांधी को लगातार शाहज़ादे का सम्बोधन --- मोदी (क्या यह राहुल गांधी को एक धर्म विशेष का नुमाइंदा बताने की कोशिश नहीं है)
·         हमको भी दामाद बना लो (सोनिया गांधी को संबोधित करके) --- बीजेपी (बीजेपी के नेता कितने बेशर्म और असभ्य हैं यह उसका सार्वजनिक प्रदर्शन है)
·         हमारे पत्रकार नवाज़ शरीफ के पास कौन सी मिठाई खाने गए थे ?--- मोदी (मोदी सीधे सीधे भारतीय पत्रकारों पर नवाज़ शरीफ से रिश्वत लेने का आरोप लगाते हैं और मीडिया विरोध तक नहीं करता ? सोचिए क्यों? मोदी से क्यों इतना भयभीत है मिडिया?)
·         नवाज़ शरीफ ने हमारे प्रधानमंत्री को गँवार स्त्री कहा --- मोदी (मोदी ने यह झूठा जुमला उछल कर देश के प्रधानमंत्री का सार्वजनिक अपमान किया, बिका हुआ मीडिया चुप? इनके मुंह पर नोटों की थैली बंधी है क्या?)
·         मैडम(सोनिया गांधी) विदेश मे कौन सा इलाज़ करवा रहीं हैं—-- मोदी (क्या बीजेपी की स्मृति ईरानी से लेकर मीनाक्षी लेखी और उमा भारती से लेकर सुषमा स्वराज तक सभी नेता अपने ईलाज का का हाल सार्वजनिक करती हैं ? क्या मोदी की माँ अपने सारे ईलाज का ब्योरा मोदी को देती हैं ताकि मोदी मीडिया मे उसे सार्वजनिक कर सकें ? अभद्रता की हद है। )
·         मैडम के विदेशी इलाज़ पर सरकार ने 1880 करोड़ खर्च किए--- मोदी (सफ़ेद झूठ बोलने मे माहिर मोदी से किसी पत्रकार की हिम्मत नहीं है की वह पूंछे की यह झूठा बयान क्यों?)
·         पंडित नेहरू, सरदार पटेल की अन्त्येष्टि मे शामिल नहीं हुये —- मोदी (मीडिया के सरदेसाई से लेकर अरनब गोस्वामी तक चीख चीख कर बोलने वाले किसी आदमी मे इतनी हिम्मत नहीं की मोदी से पूंछ सके की ये अफवाहें क्यों ?)
·         जनसंघ के संस्थापक स्व श्यामाप्रसाद मुखर्जी की अस्थियाँ कांग्रेस स्विट्जरलैंड से वापस नहीं लायी—-- मोदी (किसी पत्रकार मे 56 इंच का कलेजा नहीं है की मोदी से यह पूंछे की यह सफ़ेद झूठ क्यों? )
यह सब तो मोदी द्वारा फैलाये जा रहे झूठ और भ्रम का ट्रेलर मात्र है पूरी पिक्चर बहुत भयावह है, पर क्या किसी मीडिया चैनल मे इतनी हिम्मत है की मोदी के इन झूठों को बार बार दिखा कर मोदी और बीजेपी से पूंछें की क्या इतना झूठा आदमी देश का प्रधानमंत्री होने लायक है ???  
और अब ....
कांग्रेस के एक उम्मीदवार की इमरान मसूद की सितंबर 2013 मे (तब वे समाजवादी पार्टी के सदस्य थे) कही गई बात -- अगर मोदी ने जो गुजरात के मुसलमानो के साथ किया वह उत्तर प्रदेश के मुसलमानो के साथ करने की कोशिश की तो मैं उनके टुकड़े टुकड़े कर दूंगा की मोबाइल रिकार्डिंग मीडिया ने सबको दिखाई। इमरान ने यह बात नहीं  कहनी चाहिए थी, उन्होने कही, वे पुलिस कस्टडी मे है।
पर मेरे एक प्रश्न का जवाब क्या मीडिया, मोदी, पुलिस और अदालत के पास है की  बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता 1990 के दशक से सांप्रदायिकता का जो विष घोल रहे थे, जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे वह मैं इस कालम मे लिख भी नहीं सकता, तो उनके खिलाफ पूरे देश की पुलिस, अदालतों ने क्या कार्यवाही की थी ? कोई तो बताओ यारों?
नमन

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